इजराइल में बना Antibody क्या है, क्या यह Covid -19 पर काम करेगा?
हल के कुछ महीनों से पूरी दुनिया में Covid -19 की वजह से काफी तबाही मची है| इस विश्वव्यापी महामारी की वजह से पुरे विश्व में लगभग 200,000 से भी ज्यादा लोग मर चुके है और लाखों लोग प्रभावित है एवं लगभग पूरी दुनियां अपने ही घर में कैदी की तरह जीवन जीने को मजबूर है |
हाल में इजराइल से आई एक रिपोर्ट ने पूरी दुनिया को एक आशा दी है कियोकि इस रिपोर्ट के अनुसार इजराइल ने Covid -19 वायरस से लड़ने के लिए एक Antibody बना ली है जो इस महामारी से लड़ने में काफी मदद कर सकता है| वास्तव में इजराइल की Ministry of Defense ने इस बात की पुष्टि की है की इजराइल के IIBR (Israel Institute of Biological Research) में इस Antibody को बनाया गया है | जिसके अनुसार इस Antibody को किसी Covid -19 से प्रभावित शरीर में डालकर उसे स्वस्थ किया जा सकता है | इसे इजराइल ने 3 key Parameters के जरिये समझाने की कोशिश किया है| .....
1) यह एक Monoclonal (एक ही कोशिका से लिया गया), नई एवं परिशोधित (Refined) है, जिसके हानिकारक होने के बहुत ही काम आशा है| (अगर किसी प्रभावित शरीर में कोई एंटीबाडी डाला जाता है, और अगर वह शरीर इसे अच्छे से ग्रहण नहीं करता है तो वह शरीर और भी ज्यादा बुरी तरह प्रभावित हो सकता है |)
2) यह वायरस Covid -19 को बेअसर (Neutralize) कर सकता है |
3) इस Antibody का हालिया परिक्षण (Test) सकारात्मक रहा है |
हाल में आई रिपोर्ट के अनुसार इस पर और भी Research चल रहा है जल्द ही इसे पेटेंट (Patent) कराकर इसका बड़ी मात्रा में उत्पादन शुरू कर दिया जायेगा | मगर इसमें अभी 6 से 10 महीने या 1 साल का भी बक्त लग सकता है |
यहाँ यह समझना आवश्यक है की Antibody होता किया है ? यह कार्य कैसे करता है ? इसे एक उदाहरण से समझते है। ......
"मान एक व्यक्ति है जिसका रोग प्रतिकारक क्षमता (Immuno System) बहुत ही मजबूत है तो वैसी इस्थिति में यदि कोई वायरस उसे प्रभावित करता है तो, या तो वह वायरस उसके शरीर में प्रवेश ही नहीं पायेगा और बहार ही मर जायेगा या फिर अगर अंदर प्रवेश भी कर जाता है तो उस व्यक्ति का रोग प्रतिकारक क्षमता जो काफी मजबूत है वायरस का असर बेअसर कर देगा और उस वायरस का अंत कर देगा | ये इसलिए कियुकी जिस व्यक्ति का रोग प्रतिकारक क्षमता इतना मजबूत होता है उस व्यक्ति के शरीर की कोशिका एक विशेष प्रकार की रक्षात्मक प्रोटीन (Protective Protein) श्रावित करता है, जो शरीर को सम्बंधित वायरस से प्रभावित होने से बचाता है | इसी रक्षात्मक प्रोटीन (Protective Protein) को Antibody कहा जाता है |इजराइल द्वारा यह कहा गया है की उसके वैज्ञानिकों द्वारा कोशिका में से Antibody को अलग कर लिया गया है | इस पर और रिसर्च किया जा रहा है" |
सोशल मीडिया पर इस Antibody को Vaccine बनाकर बताया जा रहा है जो की गलत है क्योकि Antibody और Vaccine दोनों बिलकुल ही एक दूसरे से अलग है| कियोकि Antibody जिसका प्रयोग वायरस प्रभावित व्यक्ति पर किया जाता है ताकि उस वायरस का प्रभाव ख़त्म किया जा सके और वैक्सीन जिसका प्रयोग एक स्वस्थ व्यक्ति पर किया जाता है ताकि उस व्यक्ति को सम्बंधित वायरस प्रभावित न कर सके |
मगर फिर भी एक बड़ा सवाल यह है की इजराइल में सबसे पहले Covid -19 का Antibody कैसे बना? जबकि और भी ताकतवर देश जैसे अमेरिका, भारत, चीन, फ़्रांस एवं रूस भी इस वायरस के Antibody और Vaccine की खोज में लगे है| वास्तव में इजराइल में 2015 से कोरोना वायरस पर शोध चल रहा था और अब इस विश्वव्यापी महामारी के दौरान ही भाग्य से शोध सफल हो गया और Antibody का खोज इजराइल में हुआ|
मै यहाँ यह स्पष्ट करना चाहूंगा की कोरोना वायरस, वायरस का एक विशेष प्रकार का समूह है जिसमे बहुत से वायरस आते है जैसे कुछ साल पहले आये सार्स वायरस| और Covud -19 भी कोरोना समूह का ही एक वायरस है |
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