Covid -19 के समय भारत का Medical कूटनीति क्या है?
Covid -19 की वजह से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा है| और ऐसे समय इससे लड़ने के लिए एक बड़ी Medical Power के रूप में भारत का सामने आना दुनिया के लिए बरदान से कम नहीं है| | चूँकि भारत की Pharmaceutical कम्पनी आज के समय दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे अधिक दवाइयां बनाने वाली कंपनी है, भारत पूरी दुनिया में आधे से ज्यादा देशों को HCQ (Hydroxychloroquine) Tablets एवं Paracetamol Tablets उपलब्ध करा रहा है| ये दवाइयां Covid -19 से लड़ने के लिए सबसे ज्यादा मददगार साबित हो रहा है | यही वजह है की इन दवाइयों की मांग लगातार बढ़ रही है | भारत इस विश्वव्यापी महामारी से लड़ने के लिए दुनियां के देशों को न सिर्फ दवाइयां बल्कि डॉक्टर्स की टीम भी उपलब्ध करा रहा है जैसे नेपाल, बांग्लादेश एवं कुछ और अफ्रीका के देशो को| जिससे आज के समय भारत की कूटनीति को तो मजबूती मिल ही रही है, साथ ही भारत का यह सराहनीये कदम विश्व पटल पर एक नई और सकारात्मक छबी भी बना रही है |
यही वजह है की आज पूरी दुनियां में भारत के इस कदम को सराहा जा रहा है और चीन को उसकी गलती के लिए धुतकारा जा रहा है हर तरफ से चीन के खिलाफ आवाजे उठ रही है| बहुत से देश चीन के साथ व्यापारिक सम्बन्ध भी ढीले कर रहे है | वहीँ भारत को एक अच्छा अवसर भी मिला है ताकि भारत पुरे दुनियां में अपने प्रति सकारात्मकता को फैला सके| भारत के प्रति बढ़ते सकारात्मक्ता का सबसे बड़ा सबुत खुद अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प है, जिन्होंने भारत के इस कदम के लिए भारत एवं भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कहा था| सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि दुनियां के अन्य देश, जिनकी भारत ने मदद की, भारत की सराहना कर रहे है | ब्राजील के प्रधान मंत्री Jair Bolsonaro ने तो प्रधान मंत्री मोदी की तुलना हिन्दू धर्म के एक महान नायक हनुमान जी से कर दी, जिन्होंने लक्ष्मण का जीवन बचाने के लिए केवल एक रात में ही हिमालय से संजीवनी ले आई थी |
आज चीन जहाँ ख़राब मेडिकल किट भेजकर एवं दुनियां में दुष्प्रचार करके अपना छबि विश्व पटल पर सुधारने की कोशिश कर रहा है, वहीँ भारत अपने जिम्मेदारियों को ना सिर्फ समझ रहा है बल्कि दुनियां के 100 से भी ज्यादा देशों में अच्छी गुणबत्ता का Medical Supply भेजकर उसकी मदद भी कर रहा है| इन 100 से भी ज्यादा देशों में केवल छोटे देश ही नहीं बल्कि UNSC (United Nation Security Council) के सभी पांच स्थाई सदस्यों में से चीन को छोड़कर बाकि चार देश भी शामिल है | साथ ही भारत ने Covid -19 से लड़ने लिए पाकिस्तान को छोड़कर अन्य सभी सार्क देशों को ज्यादा तब्बजों दिया है, इन देशो में भारत Medical Supply के अतिरिक्त Doctors की टीम भी भेज रहा है साथ ही उन देशों के डॉक्टर्स को Covid -19 से लड़ने के लिए Online माध्यम से प्रशिक्षित भी कर रहा है |
भारत इस मुश्किल समय में इन देशों को Medical Supply ना सिर्फ निर्यात कर रहा है बल्कि वैसे देश जो आयत करने में शक्षम नहीं है उन्हें दवाइयां एवं अन्य Medical Supply दान देकर भी मदद कर रहा है | दान पाने वाले ज्यादातर देश या तो अफ्रीकी महादेश के है या Middle - est के | हाल में आई रिपोर्ट के अनुसार भारत सिर्फ UAE को 55 लाख HCQ Tablets भेज चूका है और जल्द ही भारत UAE को 3.4 करोड़ HCQ Tablets और भेजेगा | ना सिर्फ HCQ एवं Paracetamol, बल्कि भारत दुनियां के देशों कोअन्य बीमारियों से लड़ने की दवा भी सप्लाई कर रहा है |
मगर यहाँ प्रश्न यह है की क्या भारत ये सब सिर्फ अपनी कूटनीति को बढ़ाने के लिए कर रहा है? या कोई और कारण भी हो सकता है ?
तो इसका जबाब है नहीं, क्युकी भारत ये सब पहले भी अपनी जिम्मेदारी समझकर एवं दुनिया को मदद पहुँचाने के इरादे से कर चूका है और अब भी भारत यही कर रहा है| हाँ यह कहा जा सकता है की भारत को इसका कूटनीति एवं व्यापारिक लाभ मिलेगा, परन्तु भारत की जगह कोई भी और देश अगर ऐसे मुश्किल समय में किसी अन्य देश की मदद करता है तो उसे कूटनीति एवं व्यापारिक लाभ तो मिलेगा ही |
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