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Saturday, July 18, 2020

भारत ने पाकिस्तान को दीअमेर भाषा डैम पर चेताया

भारत ने पाकिस्तान को दीअमेर भाषा डैम पर चेताया 
आज एक न्यूज़ निकलकर आ रही है जिसमे यह कहा गया है की अगर पाकिस्तान अगर दीअमेर भाषा डैम Project को नहीं रोकेगा तो भारत पकिस्तांन के खिलाफ कुछ बड़े फैसले ले सकता है| दरअसल पाकिस्तान ये डैम POK में बनाना चाहता है, जो की भारत का एक केंद्र शासित राज्य (Union Tretory) है| भारत ने यहाँ यह कहा है की पाकिस्तान सरकार ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देने से पहले भारत सरकार से कोई बात चित नहीं की है| साथ ही भारत ने यह भी कहा है की अगर पाकिस्तान यह डैम बनाएगा तो भारत की दो Union Tretory को बड़ा नुकसान हो सकता है| 

यह कोई नया प्रोजेक्ट नहीं है यह Project पाकिस्तान द्वारा 1980 के दशक में ही बनाई जा रही थी परन्तु उस समय पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण यह बन नहीं पाया, इसके Fund के लिए पाकिस्तान उस समय बड़ी बड़ी आर्थिक शक्तियों के पास गया परन्तु किसी ने भी उसे फण्ड नहीं दिया| सभी बड़ी इकोनॉमी द्वारा पाकिस्तान को यह कहा गया की पाकिस्तान जिस जगह पर यह डैम बनाना चाहता है वह एक विवादित एरिया है इसलिए कोई भी इकॉनमी पाकिस्तान को इस प्रोजेक्ट के लिए Fund नहीं दे सकती|  यह भी एक कारण था की उस समय यह डैम नहीं बन पाया था| आज भी यह डैम इसलिए बन रहा है क्योकि इसमें 70% Investment चीन कर रहा है, तथा बाकि 30% पाकिस्तान की आर्मी द्वारा किया किया जा रहा है| एक मीडिया Report के अनुसार पाकिस्तान यह डैम 2028 तक पूरी तरह बना लेगा, अगर कोई प्रॉब्लम(Problem) नहीं आई तो| दरअसल इस Project का विरोध सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पाकिस्तान में भी हो रहा है| पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में इस प्रोजेक्ट का विरोध किया जा रहा है, सिंध के लोगों द्वारा यह कहा जा रहा है की अगर यह प्रोजेक्ट बन कर तैयार होता है तो सिंध प्रान्त को मिलने वाला पानी का बड़ा हिस्सा रुक जायेगा जिससे पुरे सिंध प्रान्त में सूखे की स्थिति भी आ सकती है| दरअसल यह प्रोजेक्ट सिंध नदी के ऊपर बनाया जाने वाला है, जो की तिब्बत से निकलकर भारत के लद्दाख होते हुए पाकिस्तान के सिंध तक पहुँचती है तथा वही नदी फिर आगे चलकर अरब सागर (Arabian sea) में जाकर मिल जाता है| 

इन सब के बिच सवाल यह है की यहाँ भारत किस  तरह का Action ले सकती है| क्या भारत कुछ मिलिट्री एक्शन ले सकता है? या इसे डिप्लोमसी के द्वारा रोकने की कोशिश करेगा?

दरअसल इस कोरोना महामारी और गिरते इकॉनमी के बिच इस तरह के एक्शन लेना कठिन हो सकता है| तो मेरे हिसाब से भारत को यहाँ चीन से बात करनी चाहिए और उसे यह बात दृढ़ता (firmly) से कहना चाहिए की वह पाकिस्तान को इसके लिए फंडिंग न करे| या पाकिस्तान और चीन पर इस बात के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दवाब डालना चाहिए और इस प्रोजेक्ट को रोकने की कोशिश करनी चाहिए|  बाकि आगे जो भी Development होगा मै उसका Update देता रहूँगा| 

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